अग्निपथ योजना को लेकर जहां पूरे देश में बवाल छिड़ा हुआ है ऐसे में थल सेना, वायु सेना, तथा जल सेना के शीर्ष अधिकारियों ने प्रेस कॉन्फ्रेंस करके देश के सामने अग्निपथ योजना से जुड़े सवाल के जवाब दिए तथा सभी प्रावधानों को विस्तार से समझाया।आसान भासा में समझिए सेना अधिकारियों की बात।
लेफ्टिनेंट जनरल अनिल पुरी ने कहा कि यह योजना किसी भी हालत में वापस नहीं होगी। अब सेना में भर्ती इसी योजना के तहत होगी। सेना में भर्ती होने के लिए सबसे पहली जरूरत अनुशासन की होती है, इसलिए युवाओं को दिमाक से काम लेना चाहिए और अपराधिक प्रवत्ति से बचना चाहिए।
हर सुविधाएं नियमित सैनिक जैसे तथा पूर्व के जैसे ही मिलेगी–
अग्निवीर’ को सियाचिन और अन्य क्षेत्रों जैसे क्षेत्रों में वही भत्ता और सुविधाएं मिलेंगी जो वर्तमान में नियमित सैनिकों पर लागू होती हैं। सेवा शर्तों में उनके साथ कोई भेदभाव नहीं होगा।
अग्निवीरों को उम्र में विशेष छूट–
गुरुवार को केंद्री गृहमंत्रालय ने अग्निवीरों को उम्र सीमा में छूट देने की घोषणा की। उम्र सीमा 21 साल से बढ़ाकर 23 साल कर दी। मंत्रालय ने ट्वीट में घोषणा की कि अग्निवीरों के पहले बैच के लिए उम्र सीमा में छूट पांच साल की होगी।
निकट भविष्य में 1.25 लाख हो जाएगी अग्निवीरों की संख्या-
लेफ्टिनेंट जनरल पुरी ने कहा कि निकट भविष्य में ‘अग्निवीर’ की संख्या 1.25 लाख हो जाएगी और 46,000 पर नहीं रहेगी जो कि वर्तमान आंकड़ा है।देश के लिए बलिदान देने वाले अग्निवीरो को एक करोड़ का मुआवजा दिया जाएगा
नौ सेना इसी महीने भर्ती की प्रक्रिया चालू करेगा–
नौसेना के वाइस एडमिरल डी.के. त्रिपाठी ने कहा कि हमने अपनी भर्ती प्रक्रिया शुरू कर दी है। 25 जून तक हमारी एडवरटाइजमेंट सूचना और प्रसारण मंत्रालय में पहुंच जाएगा। एक महीने के अंदर भर्ती प्रक्रिया शुरू हो जाएगी। 21 नवंबर को हमारे पहले अग्निवीर हमारे ट्रेनिंग संस्थान में रिपोर्ट करेंगे।
थलसेना में 1 जुलाई से भर्ती प्रक्रिया शुरू-
विरोध प्रदर्शन के बीच थलसेना ने कहा है कि उसकी भर्ती प्रक्रिया 1 जुलाई से शुरू हो जाएगी।
24 जून को वायुसेना में पहले बैच के लिए प्रक्रिया शुरू-
भारतीय वायुसेना में 24 जून से अग्निवीरों के पहले बैच को लेने की प्रक्रिया शुरू हो जाएगी। यह एक ऑनलाइन सिस्टम है। उसी के तहत उसपर रजिस्ट्रेशन शुरू होगा। एक महीने बाद 24 जुलाई से फेज-1 ऑनलाइन परीक्षाएं शुरू हो जाएंगी।
देना होगा सत्यापन की नही थे आगजनी का हिस्सा-
लेफ्टिनेंट जनरल पुरी ने कहा कि हर एक जो हमसे अग्निवीर में जुड़ेगा, उसको अंडरटेकिंग/शपथ देनी होगी कि उसने कहीं प्रोटेस्ट में हिस्सा नहीं लिया या तोड़फोड़ या आगजनी नहीं की है। सभी का पुलिस वेरिफिकेशन कराया जाएगा और अगर किसी के नाम एफआईआर दर्ज मिलती है, तो वे सेना में शामिल नहीं हो सकते।यदि किसी उम्मीदवार के खिलाफ कोई प्राथमिकी दर्ज की जाती है तो वे भारतीय सशस्त्र बलों में शामिल नहीं हो सकते। उन्हें नामांकन फॉर्म के हिस्से के रूप में यह लिखने के लिए कहा जाएगा कि वे आगजनी का हिस्सा नहीं थे, उनका पुलिस सत्यापन किया जाएगा।