प्रेमी के साथ मिलकर बहन ने सगे भाई की कर दी निर्मम हत्या। ताकि इश्कबाजी में न हो रोड़ा। ऐसे ठिकाने लगाया कि लगे आत्महत्या। ऐसे हुआ खुलासा।

चित्र साभार - नई दुनिया

सतना। भाई बहन जैसे पवित्र रिश्ते में भी कोई बहन इतने घटिया तरीके से अपनी इश्कबाज़ी में गिर सकती है कोई सोच भी नहीं सकता। रूह कपा देने वाली निर्मम हत्या की सच्चाई यही है की बहन ने इश्कबाजी के लिए अपने सगे भाई की हत्या कर दी ताकि कोई रोक टोक न रहे ।

दो दिन पूर्व रामपुर बाघेलान थाना क्षेत्र के ग्राम दलदल में संगीत कलाकार राजकुमार साकेत उम्र 28 वर्ष निवासी महेंद्र सिंह टोला दलदल का शव खून से लथपथ हालत में पड़ा पाया गया था। उसका गला कटा हुआ था और तार से लिपटे शव में करंट से जलने के भी निशान थे।

छानबीन करने में उसे एक सुसाइड नोट भी मिला जिससे मामला प्रेम प्रसंग और आत्महत्या का प्रतीत हुआ सुसाइड नोट में अपने प्यार से निराश होकर आत्महत्या करने की बात लिखी थी । साथ ही सुसाइड नोट में यह लिखा हुआ था की मैं 12 हजार रुपए अपने दोस्त को ट्रांसफर कर रहा रमेश यह पैसे मेरे परिवार को दे दे।

सुसाइड नोट की लिखावट से हुआ संदेह।
हत्या के मामले की जांच कर रहीं डीएसपी ख्याति मिश्रा व टीआई रामपुर संदीप चतुर्वेदी ने सुसाइड नोट में लिखी हैंड राइटिंग की जांच एक्सपर्ट से कराई। मृतक की राइटिंग न मिलने पर गांव के कई अन्य लोगों की राइटिंग के नमूने लिए गए जिसमें रमेश भी शामिल था। जांच में सुसाइड नोट की राइटिंग रमेश की राइटिंग से मिलती पाई गई।

एसपी आशुतोष गुप्ता ने मामले का खुलासा करते हुए बताया कि राजकुमार की हत्या उसकी बहन और दोस्त व बहन के प्रेमी रमेश ने की थी। रमेश के साथ बहन के प्रेम प्रसंग और अवैध संबंध की जानकारी होने पर मृतक ने विरोध जताया था। उसने अपनी बहन को डांटा और पीटा था। वह उनके बीच रोड़ा बन रहा था इसलिए दोनों ने मिलकर उसे रास्ते से हटा दिया।

बहन बहाना बना कर भाई को घर से बाहर ले गई थी-

बेहद चालाकी से हत्या की वारदात को अंजाम दिया गया था। बहन अपने भाई को रात के वक्त शौच जाने के बहाने साथ के लिए घर से बाहर ले आई जहां रमेश 11 केवी लाइन के पास पहले से इंतजार कर रहा था। उन्होंने पीछे से डंडा मार कर पहले राजकुमार को नीचे गिराया और फिर तार लपेट कर उसका गला दबाया। इतना ही नहीं रमेश ने तार को 11केवी लाइन में फेंक दिया, जिसके करंट से राजकुमार की मौत हो गई। उसके बाद उन्होंने उसके मोबाइल फोन का डेटा भी क्लियर कर दिया।
निर्मम हत्या का खुलासा करने वाली टीम में डीएसपी ख्याति मिश्रा, टीआई संदीप चतुर्वेदी, सब इंस्पेक्टर देवेंद्र मसखरे, रविन्द्र द्विवेदी, साइबर सेल प्रभारी सब इंस्पेक्टर अजीत सिंह, जीतेन्द्र आर्यन, लक्ष्मीकांत मिश्रा, एएसआई राजेन्द्र तिवारी आदि शामिल रहे।

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