केजरीवाल की आम आदमी की सरकार जब से पंजाब में एंट्री ली है उसके बाद नशे के सौदागर गली गली घूम रहे है जिसके चलते 3 महीनों में 59 लोग काल के गाल में समा गए। कहीं किसी का जवान बेटा चला गया कहीं बिन जन्मे बच्चे का बाप नशे के ओवरडोज से मौत के मुंह में समा गया।
3 महीनों में 59 लोगो की जान चली गई यानी हर दूसरे दिन पंजाब का 1 बेटा नशे से अपनी जान गंवा रहा है। सबसे बड़ी बात यहां पर यह है कि ज्यादातर केस में नशे कि आसान पहुंच लोगो को काल के गाल में समा जाने का कारण बन रही है। मरने वाले ज्यादातर लोगों ने अपने गाव से ही नशे का सामान खरीदा था।
भास्कर की खबर के अनुसार अमृतसर की बलजीत कौर का तो पूरा परिवार ही नशे के कारण उजड़ गया।उन्होंने अपने पति और 2 बेटो को इसमें खो दिया।बलजीत का पति, चिट्टे ( एक प्रकार का ड्रग) की ओवरडोज के कारण मर गया वहीं इसके दोनों बेटे एक समय के अंतराल के बाद दुनिया छोड़ कर चले गए। लोगो के घरों में काम करके बलजीत कौर ने अपने दोनो बेटो को पाला था।
वहीं फाजिल्का के रहने वाली ओमप्रकाश कि बीवी ने बताया कि उनके पति को भी चिट्टे की लत भी जिसके चलते उसकी भी मौत हो गई और 30 वर्षीय ओमप्रकाश की लाश घर के पास ही एक नाली से मिली। ओमप्रकाश का 1 बिन जन्मा बच्चा भी है जो उसकी पत्नी की कोख में है।
आपको बता दे की केजरीवाल ने अभी हाल ही में दिल्ली में शराब परोशने की टाइमिंग को बढ़ाकर रात को 3 बजे तक कर दी है।